सिद्धि के लिए विशेष मालाएं
इन मालाओं से ईष्ट मंत्र, गुरु मंत्र का जप करने से मंत्र हो जाता हैं सिद्ध.
बहुत लोग अपने ईष्ट या फिर गुरू के द्वारा दिये मंत्र का जप किसी न किसी माला से जप करता ही हैं । जिस माला से जप किया जाता उसमें 2 बातें मुख्य रूप से देखी जाती हैं, एक तो माला किस चीज की बनी है और दूसरा माला में मनकों की संख्या कितने है । कुछ लोग सामान्य पूजा में 15, 27 या 54 दानों की माला पूजा माला का प्रयोंग करते है, लेकिन 108 दानों कि माला पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई है । जाने किस किस माला से जप करना लाभकारी होता हैं ।
माला का आकार प्रकार
माला सही बनी हुई होनी चाहिए । उसका बार-बार टूटना शुभ नहीं होता है माला को ढक कर हृदय के समीप लाकर जप करना चाहिए । रुद्राक्ष की माला सर्वश्रेष्ठ मानी गई है अलग-अलग मुखों के रुद्राक्ष की माला से अलग- अलग सिद्धि प्राप्त होती है । सामान्यतः पंचमुखी रुद्राक्ष की माला का प्रयोग किया जाता है ।
1- गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए इस माला से जप करें
बुद्धिप्रदाता श्री गणेशजी के मंत्रों का जप हाथी दांत की माला से करना विशेष लाभदायक होता है । क्योंकि यह बहुत मूल्यवान होती है, इसलिए साधारण लोग इसका उपयोग नहीं कर पाते ।
2- महालक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए इस माला से जप करें.
कमलगट्टे की माला- यह माला धन प्राप्ति के लिए सबसे अधिक लाभकारी होती है । लक्ष्मी प्राप्ति के लिए यह सर्वोत्तम है । साथ ही यह शत्रु शमन और कर्ज मुक्ति के लिए किए जाने वाले प्रयोगों में भी लाभकारी है ।
3- संतान प्राप्ति के लिए इस माला से जप करें
पुत्रजीवा की माला इसका प्रयोग संतान की प्राप्ति हेतु की जाने वाली साधना में होता है यह कुछ मोटी माला होती है ।
4- धनवान बनने के लिए इस माला से जप करें.
चांदी की माला- धनवान बनने अर्थात धन की प्रचूर प्राप्ति, सात्विक अभीष्ट की पूर्ति के लिए इस माला को बहुत प्रभावी माना जाता है ।
5- ज्ञान के साथ धन प्राप्ति के लिए इस माला से जप करें.
मूंगे की माला – मूंगे की माला गणेश और लक्ष्मी की साधना में प्रयुक्त होती है धन संपति, द्रव्य और स्वर्ण आदि की प्राप्ति की कामना से की जाने वाली साधना की सफलता हेतु मूंगे की माला की अत्यधिक प्रभावषाली माना गया है ।
6- शारीरिक और मानसिक विकारों का शमन के इस माला से जप करें.
कुशा ग्रंथि की माला कुशा नामक घास की जड़ को खोद कर उसकी गांठों से बनाई गई यह कुशा ग्रंथी माला सभी प्रकार के शरीरिक और मानसिक विकारों का शमन करके साधक को स्वस्थ्य, निर्मल और तेजश्वी बनाती है । इसके प्रयोग से सभी प्रकार की व्याधियों का नाश होता है।
7- चंदन की माला से इन देवताओं के मंत्रों का जप करें
यह दो प्रकार की होती है सफेद और लाल चंदनकी । सफेद चंदन की माला का प्रयोग शांति पुष्टि कर्मों में तथा श्रीराम, विष्णु आदि देवताओं की उपासना में किया जाता है जबकि लाल चंदन की माला गणेषोपासना तथा देवी साधना के लिए प्रयुक्त होती है धन धान्य की प्राप्ति के लिए की जाने वाली साधना में इसका विषेष रूप से प्रयोग किया जाता है ।
8- तुलसी की माला सबसे ज्यादा पुण्यदायनी
वैष्णव भक्तों के लिए श्रीराम और श्रीकृष्ण की उपासना हेतु यह माला सर्वोत्तम मानी गई है, इसका आयुर्वेदिक महत्व भी है । इस माला को धारण करने वाले या जपने वाले को पूर्ण रूप से शाकाहारी होना चाहिए तथा प्याज व लहसुन से सर्वथा दूर रहना चाहिए ।
9- सात्विक कार्यों के लिए स्फटिक की माला से जपे
स्फटिक माला सौम्य प्रभाव से युक्त होती है इसका प्रयोग धारक को चंद्रमा और शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त करवाता है । सात्विक कार्यों की साधना के लिए यह बहुत उत्तम मानी जाती है ।
10- तांत्रिक प्रयोगों के लिए इस माला से जपे
शंख माला विशेष तांत्रिक प्रयोगों में प्रभावषाली रहती है । शिवजी की पूजा साधना और सात्विक कामनाओं की पूर्ति हेतु किए जाने वाले जप तथा सामान्य रूप से धारण करने के लिए इसे उत्तम माना गया है ।
11- हल्दी की माला
हल्दी की माला गणेश पूजा के लिए प्रयोग में लाई जाती है बृहस्पति ग्रह तथा देवी बगलामुखी की साधना में इसका प्रयोग किया जाता है ।