दश महाविद्या में छिन्नमस्ता देवी का महामंत्र है।

The mantra is

ॐ वज्र-विरोचनीये हूं हूं फट् स्वाहा

Virochani stands for the Sun and his light and stands for the true Self
Hum Phat stands for cutting the Ego the separate self,
Swaha means I am one with that principle

This mantra was given by Gurudev on Shivratri 2022 when he came out after 23 months of Tapasya.

सूर्योदय के समय, रात्रि में भी
कोई भी साधना रात्रि में अलग प्रभाव और दिन में अलग प्रभाव देती है
माला से जप और मानसिक जप दोनो करें अर्थात दोनो कर सकते हैँ
जप के समय गुरु का स्मरण करें l चाहे तो माला के द्वारा जप करें अथवा केवल मन से जप करें बिना संख्या के l

You can repeat this mantra 108 times at sunrise or between 11 pm and 12 pm at night.